Wednesday, June 2, 2010

मैं देशद्रोही हूँ (?)

जलियांवाला बाग़ हत्याकांड के विरोध में डंडे खाए हैं मैंने
चौरी चौरा में जेल गया हूँ
भारत छोड़ो आन्दोलन में घर छोड़ निकल पड़ा
देश की आज़ादी की खातिर
लोगों ने कहा क्रांतिकारी
अंग्रेज़ी हुकूमत ने कहा देशद्रोही, राजद्रोही
तो क्या मैं देशद्रोही हूँ ?

सोचा था आज़ाद भारत में मैं देशभक्त हूँ
पर गलत था मैं
पुरानी दिल्ली की गलियों में
अपनी जान बचाने को कुत्तों की तरह भागा हूँ मैं
क्योंकि मैं नहीं मानता
हिंदुस्तान सिर्फ हिन्दुओं का है
तो क्या मैं देशद्रोही हूँ ?

गर्व से कहो हम हिन्दू हैं का नारा
और बाबरी मस्जिद तोड़ डाला
एक बार फिर से भाग रहा था
मैं बम्बई की सड़को पर
अपनी जान बचाने की खातिर
आखिर क्यूं, आखिर क्यूं ?
- मधुरेश, जनुअरी 2001

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