Wednesday, June 2, 2010

किसकी नदियाँ किसके जंगल

किसकी नदियाँ किसके जंगल
बोलो किसके हैं ये पहाड़
क्या खाक मिली है आज़ादी
जब सब कुछ ही लेले सरकार

प्रजातंत्र के नाम पे
प्रजा का काटते हैं गला
अपनी ज़मीन छोड़ के भागो भैया 
देश का होगा भला

छोड़ के आओ जंगल मिलेगा
slum का उपहार
इसी को कहते हैं प्रगति
सुन के दिल खुश हुआ, यार

खेती बाड़ी को डुबो के
तुम सभ्यता को उबारोगे
जीवनदान के नाम पे आखिर
कितनो को तुम मारोगे ?

इतिहास चीख गवाही देगा
बाँध करेगा सत्यानाश .

- Ralley for the Valley, August 1999 के दौरान आनदं, अमित, गगन, मितुल और मधुरेश के द्वारा 

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